Mangal Murti Swami Dundhada !!
Bhajan Lyrics in hindi |
मंगल मूर्ति स्वामी दुंढाड़ा
मंगल मूर्ति स्वामी दुंढाड़ा]
रिद्धि सिद्धि ना नाथ] गणपति वेला पधारो ।।
आसा पासव ना तोरण बंधावु]
मोतीड़ा केरा चौक पुरावु]
साथिया सिन्दुर ना नाथ] गणपति वेला पधारो ।1।
प्रेमे पूजन करी थाल पिरसावु,
पाटले बेसवा आसन आपु,
आरती उतारु मारा नाथ, गणपति वेला पधारो ।2।
मूषक सवारी करी वेला पधारजो,
कार्तिक स्वामी ने साथे तेड़ी लावजो,
भक्तो ने लावजो साथ, गणपति वेला पधारो ।3।
नवला नैवेध मा मोदक धरावु,
गंगा ना जल नी झारी भरावु,
पान ना बिडला धरावु मारा नाथ, गणपति वेला पधारो ।4।
पुजन ना थाल मा सगड़ू तैयार छे,
स्वागत शीश अने बिजा बे हाथ छे,
स्वागत स्वीकारो मारा नाथ, गणपति वेला पधारो ।5।
भक्त मण्डल नी विनती स्वीकारजो,
अवसर शोभावना वेला पधारजो,
अवसर मा आनंद थाय, गणपति वेला पधारो ।6।
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Bhajan Lyrics in hindi - हिन्दी व सरल भाषा में भजन लिरिक्स
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