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Aarti Utaru Gajanand Ni - आरती उतारु गजानंद नी

 Aarti Utaru Gajanand Ni !!


आरती उतारू गजानंद नी

आरती उतारू गजानंद नी-----गजानंद नी
माँ उमिया ना जाया जी ।।

माथे मुकुट सुन्दर सौहे]
काने कुण्डल केवा ओपे]
कण्ठे माला रुपाला जी-----रुपाला जी ।
माँ उमिया ना जाया जी----- ।1।

माँ उमिया पिता शंकर देवा]
भक्त तमारी करता सेवा]
कार्तिक स्वामी भ्राता जी-----भ्राता जी ।
माँ उमिया ना जाया जी----- ।2।

पहला करमा कमण्डल सोहे]
दूजा करमा माला सोहे]
तीजा करमा मोदक जी-----मोदक जी ।
माँ उमिया ना जाया जी----- ।3।

विघ्न हरण छे नाम तमारु]
वाहन उंदर लागे रुपालु]
विघ्न हरण रखवाला जी-----रखवाला जी ।
माँ उमिया ना जाया जी----- ।4।

भक्त मण्डल नी स्वीकारो सेवा]
चौथे करती आशिष देवा]
व्हाला वेला पधारो जी-----पधारो जी ।
माँ उमिया ना जाया जी----- ।5।

 आरती उतारू गजानंद नी-----गजानंद नी
माँ उमिया ना जाया जी ।।
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Bhajan Lyrics in hindi - हिन्दी व सरल भाषा में भजन लिरिक्स

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