Aarti - Sukhkarta Dukhharta Varta Vighnachi !!
Bhajan Lyrics in hindi |
आरती - सुखकर्ता दुःखहर्ता वार्ता विघ्नाची
सुखकर्ता दुःखहर्ता वार्ता विघ्नाची
नूरवी पुरवी प्रेमा कृपा जयाची ।
सर्वांगी सुंदरा उति शेंदुराची
कंठि झलके माला मुक्ताफलानि ।1।
जय देव जय देवा जय मंगलमूर्ति
दर्शनमत्रे मनकामना पूर्ति
रतनाचिता फरा तुजा गौरीकुमारा
चंदनची उति कुमकुमकेसरा ।
हिर जादिता मुकुता शोभतो बारा
रणहुंती नृप चरनी गहगारी ।2।
जय देव जय देवा जय मंगलमूर्ति
दर्शनमत्रे मनकामना पूर्ति
लम्बोदर पीताम्बरा फणीवर बंधना
सरला सोंडा वक्रतुण्ड त्रिनयन ।
दासा रामच वात पै साधना
संकटी पावे निर्वाणी रक्षे सुरवरवन्दना ।3।
जय देव जय देवा जय मंगलमूर्ति
दर्शनमत्रे मनकामना पूर्ति
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Bhajan Lyrics in hindi - हिन्दी व सरल भाषा में भजन लिरिक्स
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